(٢) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [٢/ ٢٤٣]. (٣) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [٢/ ٤٠٩]. (٤) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [٢/ ٤٦]. (٥) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [١/ ٣٢١]. (٦) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [٢/ ٢٢٧]. يضيق المقام عن ذكر كل المواضع التي نص فيها أبوالعلاء على الاستعمال، لذلك نحيل إلى المواضع التاليةُ من ديوان أبي تمام: [١/ ١٠٠]، [١/ ١٢٩]، [١/ ١٣٦]، [١/ ١٤٥]، [١/ ١٤٨]، [١/ ٢٢٤]، [١/ ٢٢٥] [١/ ٢٤]، [١/ ٢٦٨]، [١/ ٣٢٦]، [١/ ٣٤٤]، [١/ ٣٦٦]، [١/ ٣٩٨] [١/ ٤٠٠]، [١/ ٤٠٩]، [١/ ٤١٣ ـ ٤١٤]، [١/ ٥٧]، [١/ ٨٥]، [٢/ ١٧٠]، [٢/ ١٩٣]، [٢/ ٢٣٦]، [٢/ ٢٧٠]، [٢/ ٢٧٨]، [٢/ ٣١٠]، [٢/ ٣٢٩] [٢/ ٣٦١]، [٢/ ٣٦٤]، [٢/ ٣٧]، [٣/ ١٣٨]، [٣/ ٢٤٨]، [٣/ ٣٣٧]، [٤/ ٥٦٨]