للمساهمة في دعم المكتبة الشاملة

فصول الكتاب

<<  <  ج: ص:  >  >>

فإذا كان ذلك كذلك فعموم آية سورة الطلاق مخصّص لعموم آية سورة البقرة (١)، فيجب إجراؤها على عمومها كما تقرر هذه القاعدة وهذا هو ما رجحه أئمة التفسير (٢).


(١) انظر أضواء البيان (١/ ٢٨٠).
(٢) انظر جامع البيان (٢٨/ ١٤٤)، وأحكام القرآن للهراسي (٤/ ٤٢١ - ٤٢٢)، وأحكام القرآن لابن العربي (١/ ٢٨٠)، (٤/ ٢٨٦)، المحرر الوجيز (١٦/ ٤١)، والجامع لأحكام القرآن (٣/ ١٧٤)، و (١٨/ ١٦٥)، وزاد المعاد (٥/ ٥٩٤)، وتفسير ابن كثير (٨/ ١٧٥)، وأضواء البيان (١/ ٢٨٠).
* وأمثلة هذه القاعدة كثيرة جدا انظر جملة منها في:
جامع البيان (١/ ١٠٠، ١٠١، ٢٤٢، ٣٢٤، ٣٤٨، ٣٤٩، ٥٠٨، ٥١٠)، و (٢/ ٧٠، ٧٢، ٧٣، ١٢١، ١٤٣، ٢٦٧، ٣٠١، ٣١٨، ٣٢٥، ٤٠٣، ٤٧٠، ٤٧٣، ٤٩٤، ٥٣٥، ٥٧٦) و (٤/ ٤١)، و (٥/ ٢٩٣)، و (٧/ ٣، ١٠٢، ١٢٣، ١٤٥، ١٨٩، ٢٧٤)، و (٨/ ٢، ٤٨، ٦١، ٧٣، ٧٤، ١٧٦)، و (٩/ ٨٧، ٢٤٦)، و (١٠/ ٤٨)، و (١١/ ٣٩)، و (١٥/ ٩٩، ٢٥٦)، و (١٧/ ٢١، ٨٣، ١٤١، ١٤٢، ١٤٧، ١٥٧)، و (١٨/ ٣، ١٦١)، و (١٩/ ٥، ١٢٦)، و (٢٣/ ١٤٠، ١٤١)، و (٢٦/ ٢٠٦)، و (٢٧/ ٧٣)، و (٢٨/ ١٣٤)، و (٢٩/ ٢١٠، ٢٢٩، ٢٣١، ٢٣٢)، و (٣٠/ ٢٤، ٢٨، ٧٧، ١٠٠، ١٠١، ١٥٢، ١٥٩، ١٦٠، ١٩٦، ٢٣٧، ٢٧٤، ٢٧٥، ٢٨٩، ٢٩٠، ٣٠٩، ٣١٩، ٣٢٠، ٣٢٨، ٣٥٢، ٣٥٣، ٣٥١، ٣٥٤، ٣٥٥، ٣٥٦). والمحرر الوجيز (١/ ٩٨، ١٢٠، ١٩٧)، و (٢/ ١٠١، ١٢٣، ١٤٢)، و (٤/ ٧٩، ٢٦٣)، و (٥/ ٧، ٢٠٤)، و (٦/ ١٩٠)، و (٧/ ٦، ٢٢٢)، و (٨/ ١٤١). وفتاوى ابن تيمية (٢٠/ ٢٧١)، و (١٦/ ٥٩١). البحر المحيط‍ (٢/ ١١٢). وأضواء البيان (١/ ٩٤، ٢٧١، ٢٧٩)، و (٣/ ٨٢، ٢٨٩، ٢٤٦)، و (٤/ ٨٨، ١٠٩)، و (٥/ ٧٨)، و (٦/ ٥١، ٨٣، ٥٤٠)، و (٧/ ١٢، ١٠٢، ٢٧٩، ٤٣١، ٦٣٨).

<<  <  ج: ص:  >  >>